امـام سـجاد علیه السلام
إنْ اَعْظَمُ النّاسِ خَطَرا، قالَ: مَنْ لَمْ یَرَیَ الدّنیا خَطَرا لِنَفْس
इमाम सज्जाद अ. स.
सबसे ख़तरनाक इंसान वह है जो दुनिया को ज़र्रा बराबर भी अहमियत न de।
जो दुनिया को ज़र्रा बराबर भी अहमियत न दे
امـام سـجاد علیه السلام
إنْ اَعْظَمُ النّاسِ خَطَرا، قالَ: مَنْ لَمْ یَرَیَ الدّنیا خَطَرا لِنَفْس
इमाम सज्जाद अ. स.
सबसे ख़तरनाक इंसान वह है जो दुनिया को ज़र्रा बराबर भी अहमियत न de।
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